किसान की सब्सिडी को खा गया बाबू, सस्पेंड
रायबरेली। जिला उद्यान विभाग में तैनात अफसरों और कर्मचारियों के खेल निराले हैं। कभी लापरवाही से आलू सड़ जाता है तो कभी किसानों को मिलने वाली अनुदान राशि डकार ली जाती है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें जिला उद्यान विभाग में तैनात बाबू ने एक किसान की सब्सिडी हड़प ली।किसान सब्सिडी पाने के लिए बाबू के पास चक्कर काटता रहा, लेकिन वह नहीं पसीजा। उच्चाधिकारियों के पास मामला पहुंचा तो जिला उद्यान अधिकारी ने बाबू को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से बागवानी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न प्रकार की बागवानी फसलों के उत्पादन पर सब्सिडी का लाभ दिया जाता है।
जिले में केले की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है। इसके लिए किसानों को 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर पर केले की बोवाई करने पर सब्सिडी दी जाती है, लेकिन यहां पर तैनात अधिकारी और कर्मचारी किसानों को सब्सिडी देने में आनाकानी करते हैं।
अहमदपुर नगर निवासी मनोज पटेल ने इस बार केले की खेती की है। विभाग से सब्सिडी के रूप में उसे 24 हजार रुपये मिलने थे। किसान सब्सिडी पाने के लिए विभाग के चक्कर काटता रहा, लेकिन वहां पर तैनात बाबू रजनीश श्रीवास्तव नहीं पसीजा। यानि उसने किसान को सब्सिडी नहीं दी और स्वयं हड़प लिया।
अहमदपुर नगर निवासी मनोज पटेल ने इस बार केले की खेती की है। विभाग से सब्सिडी के रूप में उसे 24 हजार रुपये मिलने थे। किसान सब्सिडी पाने के लिए विभाग के चक्कर काटता रहा, लेकिन वहां पर तैनात बाबू रजनीश श्रीवास्तव नहीं पसीजा। यानि उसने किसान को सब्सिडी नहीं दी और स्वयं हड़प लिया।
थक हारकर किसान ने प्रकरण की शिकायत उच्चाधिकारियों से की। मामला उच्चाधिकारियों के जरिए इस प्रकरण की जानकारी जिला उद्यान अधिकारी केशवराम को हुई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि किसान मनोज पटेल को 24 हजार रुपये की सब्सिडी न देने पर बाबू रजनीश श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनकी विभागीय जांच भी कराई जाएगी। किसी की भी मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लखनऊ तक पहुंचा आलू सड़ने का मामला, हो सकती कार्रवाई
लखनऊ तक पहुंचा आलू सड़ने का मामला, हो सकती कार्रवाई
उद्यान विभाग के अफसरों की लापरवाही से 25 क्विंटल आलू सड़ने का मामला लखनऊ में बैठे विभागीय उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया है। ऐेसे में यह मामला गरमा गया है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि इस मामले में उच्चाधिकारियों ने जिला उद्यान अधिकारी से रिपोर्ट भी मांगी है। ऐसे में इस मामले में कार्रवाई हो सकती है। गौरतलब है कि जिले में 6100 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर आलू की फसल की बुआई की जाती है। जिला उद्यान विभाग को इस बार शासन से 787.5 क्विंटल आलू का बीज मिला था।
उद्यान निरीक्षक की लापरवाही से 25 क्विंटल आलू सड़ गया। इससे किसान आलू के बीज से वंचित रह गए। इसको लेकर किसानों में भी नाराजगी है। इतना बड़ा मामला होने के बाद भी उद्यान निरीक्षक वीरेश कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उधर, जिला उद्यान अधिकारी का कहना है कि उद्यान निरीक्षक से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी गई है। जांच भी कराई जा रही है। जांच में आलू सड़ने की बात सही पाई गई तो उद्यान निरीक्षक के खिलाफ निश्चित तौर से कार्रवाई होगी।
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